#BycottBollywood
बेहूदा करण जौहर अनन्या पाण्डे से पूछता है "आख़री बार SEX कब किया था?" वो जवाब देती है, "आज सुबह ही किया था"., विद्या बालन से पूछता है "एक बार SEX के बाद दूसरे Round के लिये कितनी देर में तैयार हो जाती हो?", आलिया भट्ट से पूछता है "SEX के लिए कौन सी Position पसन्द है?" और करीना कपूर से पूछता है "लिंग के Size से क्या फ़र्क़ पड़ता है?" ये सभी बहूदाएँ भी बड़ी बेशर्मी से, मज़े और चटख़ारे लेकर इन वाहियात सवालों के जवाब देती हैं. सोनम कपूर तो इनसे भी आगे जाकर ये तक कह देती है कि "मेरे सारे भाई, मेरी सारी दोस्तों के साथ सो चुके हैं".
विद्या बालन से रणवीर सिंह नंगे के Photo Shoot के बारे में पूछा जाता है तो वो बड़ी बेशर्मी से कहती है, "हमें भी तो आंखें सेंक लेने दीजिये".
आलिया भट्ट, अर्जुन कपूर समेत कई Bollyवुडिये खुलकर रणवीर सिंह नंगे के समर्थन में आते हैं, और तो और The Tashkent Files और The Kashmir Files जैसी फ़िल्में बनाकर लोगों को जगाने की कोशिश करने वाले विवेक अग्निहोत्री भी.
एक Live Show में ट्विंकल खन्ना बड़ी ही बेशर्मी से सरेआम अक्षय कुमार के पैंट की चेन खोलती है.
रही बात नग्नता, अश्लीलता, फूहड़ता, बेहूदगी, गालीगलौज की, तो वो तो अब फ़िल्मों में आम बात हो गई है. और वैसे ढेर सारी अश्लील-वाहियात फ़िल्में-Web Series-TV Shows आपके ज़ेहन में होंगे. AIB जैसा वाहियात Show भी कोई भूला नहीं होगा.
इसके अलावा करीना, अमृता, सोनम कपूर, बिपाशा बसु सहित अनेक अभिनेत्रयों के Baby Bump दिखाने के वाहियात Photos/Videos भी आ चुके हैं, जो कि आजकल एक बेहूदा Fashion ही बन गया है.
तो आख़िरकार इस बेहूदे Bollywood का पूर्ण बहिष्कार क्यों न किया जाए?
दर असल, Bollywood का स्वर्णिम दौर वर्षों पहले ही समाप्त हो चुका है और वर्तमान दौर नशेड़ियों, अश्लील-बेहूदाओं, नंगों-पुतंगों का ही चल रहा है, जो न केवल समाज में खुलकर बेहूदगी परोस रहे हैं, बल्कि हमारे देश की गरिमामयी सभ्यता-संस्कृति, सौम्यता-शालीनता का भी सत्यानाश करने पर तुले हैं, उसे मिटाने पर तुले हैं. यहाँ तक कि आए दिन सनातन धर्म का भी मज़ाक़ बनाया जाता है, जानबूझकर घोर अपमान किया जाता है.
इसीलिये अब बेहद ज़रुरी है कि Theatre/Talkies/Multiplex जाकर अपने ख़ून-पसीने की कमाई का पैसा इन बेहूदाओं पर लुटाने से अच्छा है कि किसी ग़रीब-ज़रुरतमन्द के काम आकर थोड़ा पुण्य ही कमा लिया जाए. और भारतीय:
सभ्यता-संस्कृति,
धर्म-धार्मिकताओं,
मान्यता-परम्पराओं,
गाथा-पौरणिकताओं को बर्बाद करने पर तुले Bollywood को ही पूरी तरह से बर्बाद कर दिया जाए.
और वैसे भी, जब कभी देश को विपदा, आपदा, विपत्ति का सामना करना पड़ा है, एकाध-दो अपवादों को छोड़, कोई Bollywooडिया काम नहीं आया है. मतलब बिल्कुल साफ़ है कि सालाना लगभग १३८०० करोड़ का व्यवसाय करने वाले Bollywooडिये दिल से भिख़ारी ही हैं.

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