इर्रफ़ान शानदार कलाकार, बेहतरीन शख़्सियत


                                                                     


इर्रफ़ान (Irrfan):

बेहतरीन अभिनेता और शानदार शख़्सियत के मालिक साहेबज़ादे इरफ़ान अली ख़ान यानी लोकप्रिय इर्रफ़ान के बिना, कला और सिने जगत की चर्चा अधूरी रहेगी। अपनी शानदार अदाकारी से उन्होंने अल्प समय में ही राष्ट्रीय, अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बहुत बड़ा मुक़ाम "हासिल" कर लिया था और अपनी अलग पहचान बनाते हुए अभिनय की छाप छोड़ी है। 

हासिल, मक़बूल, पान सिंह तोमर, रोग, मदारी, आन, साहेब बीवी और गैंगस्टर, बाजीराव मस्तानी, कसूर, चेहरा, आजा नच ले, मुम्बई मेरी जान, बिल्लू, न्यूयाॅर्क, सात ख़ून माफ़, गुण्डे, हैदर, जज़्बा, तलवार, राब्ता जैसी फ़िल्मों में उन्होंने संजीदा, नकारात्मक भूमिकाओं में सुर्ख़ियां और वाहवाही बटोरी तो द लंच बॉक्स, स्लमडॉग मिलेनियर, द नेमसेक, लाइफ़ ऑफ़ पाई जैसी अन्तर्राष्ट्रीय फ़िल्मों में अपने दमदार अभिनय से समूचे विश्व में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया।

अवसर मिलने पर उन्होंने: क्रेज़ी फ़ोर, संडे, थैंक यू, पीकू, हिन्दी मीडियम जैसी फ़िल्मों में हास्य भूमिकाओं में भी अपने दमदार अभिनय की शानदार छाप छोड़ी।

२००३ में प्रदर्शित "हासिल" में निभाई नकारात्मक भूमिका हेतु उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का फ़िल्म फ़ेयर सम्मान प्राप्त हुआ। २०१२ में आई "पान सिंह तोमर" के लिये उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय पुरस्कार/सम्मान प्राप्त हुआ।

कैंसर जैसी बीमारी से लड़ते हुए, २९ अप्रैल २०२० को, असमय ही मात्र ५३ वर्ष की अल्पायु में संसार को अलविदा कहने वाले इर्रफ़ान ने अपनी सहज, दमदार, शानदार अभिनय कला और अपने विनम्र, सरल स्वभाव एवम् मृदुभाषिता से लोगों के दिलों में जगह बनाते हुए, अपनी गहरी-अमिट छाप छोड़ी है।

शानदार शख़्सियत "इर्रफ़ान" को पुण्य स्मरण पर विनम्र श्रद्धांजलि।

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