नियमों का पालन जनता करे, हम तो केवल वसूली करेंगे
















Signal तोड़ने,

काग़ज़ात न होने,

Helmet नहीं पहनने,

Seat Belt नहीं लगाने,

No Parking में वाहन लगाने,

दुपहिया पर तीन सवारी बिठाने,

ग़लती से भी One Way में चले जाने पर वसूली-वसूली-वसूली.

लेकिन

अंधकारमय सड़कों,

घटिया-गढ्ढेदार मार्गों,

घटिया-बेतरतीब Traffic व्यवस्था,

आवारा पशु-मवेशियों,

सड़कों के बीचों-बीच, Divider पर लगी कंटीली झाड़ियों,

सड़कों पर होने वाले भारी जलभराव,

सड़कों पर खुले पड़े Manhole-Gutter,

इत्यादि

के चलते होने वाली दुर्घटनाओं में हर साल हज़ारों घर-परिवार उजड़ जाते हैं, उसकी ज़िम्मेदारी-जवाबदेही कौन लेगा?

केन्द्रीय परिवहन मन्त्रालय/विभाग, राज्य सरकार केवल लूट-खसौट के लिये ही बने हैं?

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